35 C
Lucknow
Saturday, July 27, 2024

आर०एम०डी० से एक ही साथ होगा गन्ने की ठूठ छटाई, उर्वरक, कीटनाशी का उपयोग एवं पुराने जड़ों की कटाई तथा मेढ़बंदी

जरूर पढ़े

उतरौला (बलरामपुर)। सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड उतरौला में फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना की गयी है, जिसमें 6 फीट का मल्चर, 7 फीट का मल्चर, एम०बी० पलाउ एवं एक 55 हॉर्स पावर का ट्रैक्टर कृषकों को न्यूनतम किराए पर उपलब्ध है। अब फार्म मशीनरी बैंक में एक नया यंत्र आर०एम०डी० मंगाया गया है।

गन्ना विकास निरीक्षक नरेंद्र सिंह ज्येष्ठ ने बताया कि पेड़ी प्रबंधन यंत्र द्वारा पेड़ी फसल के प्रबंधन में किए जाने वाले सभी कार्य जैसे ठूठों की छटाई, उसके आसपास की निराई गुड़ाई, पुरानी जड़ो की कटाई, खाद उर्वरक, जैव उर्वरक एवं कृषि रसायनों का प्रयोग तथा मिट्टी चढ़ाने आदि सभी कार्य एक ही साथ निष्पादित किए जाते हैं। इस यंत्र द्वारा एक घंटे में लगभग 0.300 हैकटेयर कार्य करने की क्षमता है। इस यंत्र के प्रयोग से लागत में 60 प्रतिशत तक की बचत हो जाती है। पेड़ी प्रबंधन यंत्र कृषकों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध होगा। साथ ही समिति क्षेत्र में गन्ना कृषकों को इसका अत्यधिक फायदा मिलेगा।

उन्होंने बताया कि इस यंत्र के प्रयोग करने के पश्चात यदि कृषकों द्वारा गैप फिलिंग कर दिया जाए तो पेड़ी प्रबंधन के प्रारंभिक चरण में किए जाने वाले संपूर्ण कार्य पूर्ण हो जाएंगे। इस प्रकार पेड़ी गन्ने से भी कृषक अधिक उपज प्राप्त कर सकेंगे। श्री सिंह द्वारा आगे बताया गया कि फार्म मशीनरी बैंक के यंत्र एम०बी०प्लाऊ द्वारा कृषक गहरी जुताई कर सकते हैं। प्रत्येक किसान भाइयों को कम से कम 3 वर्ष में एक बार सब सायलर, चिजलर अथवा एम०बी० पलाऊ से एक बार गहरी जुदाई अवश्य करनी चाहिए। इससे कठोर परत टूट जाती है, जिससे मृदा में वायु संचार, जलधारण क्षमता, जड़ों का विकास एवं मृदा से पोषक तत्व ग्रहण करने की क्षमता में वृद्धि होती है। सितंबर अक्टूबर महीने में होने वाले बारिश एवं तेज हवा में भी गन्ने का फसल नहीं गिरता है।

गन्ना विकास निरीक्षक ने बताया कि इस यंत्र का किराया 45 रुपया प्रति घंटा है। ट्रैक्टर का किराया 735 रुपए प्रति घंटा है। दोनों यंत्र एक साथ लेने पर साथ 770 रुपए प्रति घंटा किराया भुगतान करना होगा। इसी प्रकार समिति के फार्म मशीनरी बैंक में 6 फीट एवं 7 फीट का मल्चर उपलब्ध है। मल्चर के द्वारा गन्ने की पताई का प्रबंध किया जाता है। इस यंत्र के द्वारा गन्ने के पत्ती को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर मिट्टी में मिला दिया जाता है। इस यंत्र के कारण गन्ने के ठूठों की छटाई हो जाने से पेड़ी की फसल भी अच्छी होती है। यह यंत्र किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है। अब वे गन्ने की पत्ती को जलाते नहीं है, बल्कि इसे मल्चिंग कर खेत में ही खाद तैयार कर लेते हैं। इस यंत्र के प्रयोग ने वायु प्रदूषण कम कर पर्यावरण पारिस्थितिकी के संतुलन में सहयोग किया है। 6 फीट के मल्चर का किराया रू046 प्रति घंटा तथा 7 फीट के मल्चर का किराया 47 रुपया प्रति घंटा है। यह सारे यंत्र समिति के फार्म मशीनरी बैंक में न्यूनतम दरों पर उपलब्ध है। समिति क्षेत्र के गन्ना कृषक अपने सर्किल गन्ना पर्यवेक्षक से मिलकर किराए पर इन यंत्रों का अपनी खेती बाड़ी में उपभोग कर सकते हैं। फार्म मशीनरी बैंक में कृषकों के जरूरत के अनुसार भविष्य में और अधिक यंत्र मांगे जाएंगे। निश्चित रूप से समिति क्षेत्र के किसान इससे लाभान्वित होंगे और अपने गन्ने की उत्पादन उत्पादकता में वृद्धि कर सकेंगे।

इस अवसर पर काफी संख्या में क्षेत्रीय कृषक भी मौजूद रहे।

पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

spot_imgspot_img

जुड़े रहें
जुड़े रहें

16,985FansLike
2,345FollowersFollow
2,458FollowersFollow
61,453SubscribersSubscribe
Lucknow
haze
35 ° C
35 °
35 °
66 %
4.1kmh
40 %
Sat
40 °
Sun
38 °
Mon
37 °
Tue
38 °
Wed
31 °
- Advertisement -spot_imgspot_img
ताज़ा खबर

डीएम-एसएसपी ने गभाना सम्पूर्ण समाधान दिवस में जन समस्याओं का कराया निस्तारण

अलीगढ़। जिला मजिस्ट्रेट विशाख जी0 एवं एसएसपी संजीव सुमन सोमवार को तहसील गभाना में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस पहुंचे।...

Newsletter Signup

To be updated with all the Latest news, Breaking News and All your States News

इस तरह के और लेख

- Advertisement -spot_img