अलीगढ़। लोकसभा निर्वाचन-2024 के तहत 4 जून को मतगणना होनी है। इस संबंध में शुक्रवार को कलेक्टर सभागृह में एडीएम न्यायिक एवं प्रभारी पोस्टल बैलेट की अध्यक्षता में इटीपीबीएस मतों की गणना के लिए एआरओ, सुपरवाइजर्स, गणना पर्यवेक्षकों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में सेवा निर्वाचकों के पोस्टल बैलट पर अंकित क्यूआर कोड को स्कैन करने की बारीकियों के बारे में विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया।
एडीएम न्यायिक अखिलेश कुमार ने पोस्टल बैलेट गणना प्रक्रिया के बारे में बताते हुए बताया कि सबसे पहले गणना कार्मिक लॉगिन आईडी करने के उपरांत फार्म 13सी या कवर लिफाफे के ऊपर अंकित क्यू आर कोड को स्कैन करेंगे फिर कवर लिफाफा को फाड़ेंगे, उसमें 13ए (घोषणा पत्र) निकलेगा, जिसमें अंकित दो क्यू आर कोड को स्कैन किया जाएगा। फिर 13बी (मतपत्र) में लगे बारकोड को स्कैन किया जाएगा। तीनों प्रपत्र पर लिखे सीरियल नम्बर को गणना कार्मिक अनिवार्यता से अंकित करेंगे। 13 सी, 13 ए और 13 बी को स्कैन करने के उपरांत मतपत्र को उसी प्रकार से रख कर हरे रंग की टोकरी में रख देंगे। अस्वीकृत मतपत्र लाल रंग की टोकरी में रखे जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार अस्वीकृत मतपत्र बिना एआरओ से अनुमति प्राप्त कर लाल टोकरी में नही रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि पोस्टल बैलेट की गणना ईवीएम में पड़े मतों की गणना से पहले ही पूरी की जाएगी। अखिलेश कुमार ने बताया कि अभी तक 2600 डाक मतपत्र प्राप्त हुए हैं, जिनकी गणना के लिए 12 टीम बनाई गई हैं। यदि डाक मतपत्र की संख्या बढ़ती है तो कर्मिकों और टेबल की संख्या को भी बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि डाक मतपत्रों की गणना आरओ टेबल पर पृथक से की जाएगी। डाक मतपत्रों की गणना के लिए 12 टेबल पर स्कैनिंग का कार्य होगा, जिस पर एक प्रत्याशी का एक ही एजेंट उपस्थित रहेगा।