नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी को लोकसभा के नेता, बीजेपी के नेता और एनडीए संसदीय दल के नेता के रूप में चुन लिया गया। इसके साथ ही यह तय हो गया कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर से सरकार बनाने जा रहे हैं। एनडीए संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मैं कक्ष में उपस्थित सभी घटक दलों के नेताओं, सभी नवनिर्वाचित सांसदों और हमारे राज्यसभा सांसदों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मेरे लिए ये ख़ुशी की बात है कि आज मुझे इतने बड़े समूह का स्वागत करने का अवसर मिला है। जो भी नेता जीतकर आये हैं वे बधाई के पात्र हैं। जिन लाखों कार्यकर्ताओं ने दिन-रात काम किया है, आज इस सेंट्रल हॉल से मैं उन्हें नमन करता हूं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि बहुत कम लोग इस पर चर्चा करते हैं, शायद यह बात उन्हें शोभा नहीं देती लेकिन भारत के महान लोकतंत्र की ताकत देखिए- आज जनता ने एनडीए को 22 राज्यों में सरकार बनाने और सेवा करने का मौका दिया है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि सभी ने सर्वसम्मति से मुझे एनडीए का नेता चुना है। आप सभी ने मुझे एक नई जिम्मेदारी दी है और मैं आपका बहुत आभारी हूं।
उन्होंने कहा कि हमारे देश में 10 राज्य ऐसे हैं जहां हमारे आदिवासी भाइयों की संख्या निर्णायक रूप से अधिक है, इन 10 राज्यों में से 7 में एनडीए सेवा दे रही है। चाहे गोवा हो या पूर्वाेत्तर, जहां ईसाइयों की संख्या निर्णायक रूप से अधिक है, उन राज्यों में भी एनडीए को सेवा करने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की राजनीतिक इतिहास में और हिंदुस्तान की राजनीति के गठबंधन के इतिहास में चुनाव पूर्व गठबंधन इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है, जितना की एनडीए हुआ है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि एनडीए के सत्ता प्राप्त करने का या सरकार चलाने का कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है। ये राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से नेशन फर्स्ट के प्रति कमिटेड… वैसा ये समूह है।
मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार ने देश को गुड गवर्नेंस दिया है और एक प्रकार से एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन जाता है। हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वाेपरि रहा है। उन्होंने कहा कि एनडीए प्रथम राष्ट्र के लिए प्रतिबद्ध समूह है। इसे शुरुआत में 30 साल की लंबी अवधि के बाद असेंबल किया गया होगा। लेकिन आज मैं कह सकता हूं कि एनडीए भारत की राजनीतिक व्यवस्था में एक जैविक गठबंधन है और अटल बिहारी वाजपेयी, प्रकाश सिंह बादल, बाला साहेब ठाकरे जैसे महान नेताओं ने… जिन्होंने बीज बोया था, आज भारत की जनता ने एनडीए के विश्वास को सींचा है और उस बीज को फलदायी बना दिया। हम सभी के पास ऐसे महान नेताओं की विरासत है और हमें इस पर गर्व है। बीते 10 वर्षों में हमने एनडीए की उसी विरासत, उसी मूल्यों को लेकर आगे बढ़ने और देश को आगे ले जाने का प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार चलाने के लिए बहुमत अवसर है। लोकतंत्र का वही एक सिद्धांत है लेकिन देश चलाने के लिए सर्वमत बहुत जरूरी है। मैं देश की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि उन्होंने हमें सरकार चलाने के लिए जो बहुमत दिया है, हमारी कोशिश रहेगी कि हम सर्वसम्मति बनाने का प्रयास करेंगे और देश को आगे ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने ने कहा कि एनडीए को करीब 3 दशक पूरे हो गए हैं। यह कोई सामान्य बात नहीं है…मैं कह सकता हूं कि यह सबसे सफल गठबंधन है।