अलीगढ। जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में अभ्युदय योजना के सफल संचालन के लिए समन्वय समिति की बैठक आहूत की गयी।
डीएम ने कहा कि योजना का मकसद जरूरतमंद प्रतियोगी परिक्षार्थियों को पूर्णतः निःशुल्क एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना है। उन्होंने अध्यापन कार्य करने वाले अध्यापकों, कॉर्डिनेटर्स एवं योजना से जुड़े अन्य कर्मचारियों से कहा कि जब तक स्वप्रेरणा से कार्य नहीं करेंगे, योजना परवान नहीं चढ़ सकेगी। उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी संध्या रानी बघेल की लचर एवं शिथिल कार्यशैली के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जिला स्तरीय अधिकारी को गरिमापूर्ण आचरण से लवरेज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक-दूसरे पर दोषारोपण से बचते हुए स्वयं में कार्य करने की क्षमता विकसित करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत अभ्युदय पोर्टल पर सिविल सेवा एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इच्छुक छात्र-छात्राओं के लिए निःशुल्क प्लेटफार्म है। पंजीकृत छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के अनुरूप विषयों की तैयारी कराने के साथ उचित मार्गदर्शन और आनलाइन लर्निंग मैटेरियल उपलब्ध कराना है।
मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा राना ने समाज कल्याण अधिकारी संध्या रानी बघेल को अभ्युदय योजना के सफल संचालन के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करते हुए पंजीकृत अभ्यर्थियों की प्रवेश परीक्षा आयोजित कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि आगामी 15 दिन में पात्र अभ्यर्थियों का चयन होने के उपरान्त समुचित ढ़ंग से अध्यापन कार्य आरम्भ हो जाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने सभी महाविद्यालयों एवं विद्यालयों में योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश दिये हैं। योजना के सफल संचालन में समिति के सभी सदस्यों को सहयोग एवं आपसी समन्वय बनाए रखने के भी निर्देश दिये गये हैं।
बैठक के दौरान मुख्य कोषाधिकारी योगेश कुमार, डीआईओएस सर्वदानन्द, एसएमबी इंटर कॉलेज, वार्ष्णेय महाविद्यालय, धर्म समाज महाविद्यालय, राजकीय आईटीआई के प्रधानाचार्य एवं कॉर्डिनेटर्स उपस्थित रहे।