नई दिल्ली। भारत की जीडीपी ने सारे ग्लोबल इकोनॉमिक एक्सपर्ट्स के अनुमानों को पीछे छोड़ते हुए अप्रैल-जून में 4 तिमाहियों की सबसे तेज ग्रोथ दर्ज की है। इसके बाद अन्तर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने मजबूत आर्थिक गति के चलते 2023 कैलेंडर वर्ष के लिए भारत की वृद्धि का अनुमान बढ़ाकर शुक्रवार को 6.7 प्रतिशत कर दिया।
मूडीज ने अपने ‘ग्लोबल मैक्रो आउटलुक’ में कहा कि मजबूत सेवाओं के विस्तार तथा पूंजीगत व्यय ने भारत की दूसरी (अप्रैल-जून) तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 7.8 प्रतिशत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि को प्रेरित किया इसलिए हमने भारत के लिए अपने 2023 कैलेंडर वर्ष के वृद्धि का अनुमान 5.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि दूसरी तिमाही का बेहतर प्रदर्शन 2023 में उच्च आधार प्रदान करता है। हमने अपना 2024 का वृद्धि अनुमान 6.5 प्रतिशत से घटाकर 6.1 प्रतिशत कर दिया है। वहीं, इससे पहले मूडीज ने स्टेबल आउटलुक के साथ भारत की साख को BAA3 रेटिंग पर बरकरार रखा था। इस रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि घरेलू मांग के दम पर भारत की आर्थिक वृद्धि दर अगले 2 साल तक G20 देशों की अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले ऊंचे स्तर पर बनी रहेगी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने कल जीडीपी के आंकड़े जारी किए थे, जिसमें 2023-24 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में विकास दर 7.8 फीसदी रही है. खास बात है कि यह 4 तिमाहियों में सबसे ज्यादा रही है।