उतरौला (बलरामपुर)। हापुड़ में अधिवक्ताओं पर हुई लाठीचार्ज के विरोध में बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर तीसरे दिन भी अधिवक्ता संघ उतरौला ने कलमबंद हड़ताल जारी रखा तथा तहसील उतरौला में धरना प्रदर्शन कर विरोध किया। अधिवक्ताओ के हड़ताल से रजिस्ट्री आफिस में कोई भी कार्य नहीं हो सका, जिससे लाखो रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ।
धरना को सम्बोधित करते हुये अधिवक्ता संघ अध्यक्ष वीरेंद्र सिन्हा ने कहा कि पुलिस का अधिवक्ताओं के प्रति यह व्यवहार स्वीकार नहीं किया जा सकता। महामन्त्री गयासुद्दीन खान ने कहा कि जायज मांगे सरकार को पूरा करना होगा। मार्कण्डेय मिश्र ने कहा कि थाने पर पीड़ितों की सुनवाई नहीं हो पा रही है, दलालो के माध्यम से कार्य किया जा रहा है।
लालजी मिश्र ने कहा कि अधिवक्ताओं के विरूद्ध की जा रही कारवाही स्वीकार नहीं है। धरना प्रदर्शन में हापुड़ के डीएम व एसपी के स्थानांतरण, अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज में दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया जाय, वकीलों पर दर्ज फर्जी एफ आई आर को स्पंज किया जाय। घायलों अधिवक्ताओ को इलाज व उचित मुआवजा दिया जाए तथा एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए की मांग की गई।
इस अवसर पर अखिलेश सिंह, बबर अली, नाजिर मलिक, रामसुंदर यादव, प्रहलाद यादव, महेंद्र पांडेय, अब्दुल मोईद सिद्दीकी, निजाम अंसारी, आशीष कसौधन, रवि मिश्रा आलोक गुप्ता, ओम प्रकाश श्रीवास्तव, बृजेश वर्मा, मुस्लिम खान, सी0बी0 माथुर, शादाब अहमद, अकील अहमद, अजय विमल, आनन्द कुमार, सन्तोष मिश्र सहित तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।