जिलाधिकारी ने की डी0एच0एस0 एवं स्वास्थ्य विभाग से संबधित योजनाओं की समीक्षा
सिद्धार्थनगर। जिला स्वास्थ्य समिति (डी0एच0एस0) एवं स्वास्थ्य विभाग से संबधित योजनाओं की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी डा0 राजागणपति आर0 की अध्यक्षता एवं मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने पिछली बैठक में दिये गये निर्देशो के प्रगति की समीक्षा की गयी। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी सम्बन्धित एमओआईसी, डैम, डीसीपीएम व अन्य नोडल अधिकारियो ंको निर्देश दिया कि स्वास्थ्य से संबधित जो भी उपकरण की आपूर्ति की जानी है। शासन द्वारा प्राप्त शासनादेश/गाइडलाइन के अनुसार मेरे समक्ष तीन दिन के अन्दर पत्रावली प्रस्तुत होना अनिवार्य है। उन्होंने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर ऑडिट रिपोर्ट स्पष्ट न होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी। अगली बैठक में स्पष्ट रिपोर्ट के साथ प्रतिभाग करने का निर्देश दिया गया। टीकाकरण का सत्र शेड्यूल के अनुसार निरीक्षण करे तथा टीकाकरण की फीडिंग तथा शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के निर्देश दिये ।
जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी बीसीपीएम को निर्देश दिये कि नये बच्चो के जन्म पर आशा से प्राप्त रिपोर्ट की फीडिंग सही समय पर की जाये। गांव में जाकर बीसीपीएम 05-05 घरो का रेण्डमली निरीक्षण कर जांच करेंगे। समस्त बीसीपीएम अनावश्यक कार्यालय में नहीं बैठेंगे, आशा के माध्यम से जन्म लेने वाले बच्चो की फीडिंग की कार्यवाही सुनिश्चित करें। सभी आशाओ को दी गयी किट को भी चेक करे, उसके पास पूरी सामग्री है अथवा नहीं। उन्होंने कहा कि जन्म लेने वाले बच्चो का वजन ठीक ढंग से लिया जाये इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सभी बीसीपीएम को वजन मशीन को ठीक कराने के निर्देश भी दिये।
जिलाधिकारी ने प्रचार्य मेडिकल कालेज, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, समस्त एमओआईसी को निर्देश देते हुए कहा कि किसी गर्भवती महिला को जानबूझ कर किसी अन्य जगह रेफर कदापि न किया जाये। इस प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर मेरे स्तर से कड़ी कार्यवाई की जायेगी। उन्होंने सभी संबधित मेडिकल आफिसरो को निर्देश देते हुए कहा कि पूरी ईमानदारी के साथ गर्भवती महिलाओ व बीमार व्यक्तियों के साथ अच्छा व्यवहार करे और सही इलाज करे। जिलाधिकारी द्वारा अनटाइड फन्ड, परिवार नियोजन, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना, टीकाकरण अभियान, पी0सी0पी0एन0डी0टी0, रोगी कल्याण समिति, हेल्थ वेलनेस सेन्टर, जननी सुरक्षा योजना आदि की समीक्षा की गयी।
उन्होंने बैठक में रोगी कल्याण समिति व अन्टाइड फन्ड से नियमानुसार उपकरण, मरीजो के बैठने हेतु फर्नीचर की नियमानुसार क्रय करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ई-संजीवनी के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा मरीजों को टेली मेडिसिन सुविधा उपलब्ध करायी जाये। जिलाधिकारी ने समस्त एम0ओ0आई0सी0 को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित कर ले कि सभी का प्रसव अस्पताल में ही हो तथा उसकी शत-प्रतिशत फीडिंग कराये जाने का भी निर्देश दिया गया तथा गर्भवती महिलाओ को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि दिये जाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यों की समीक्षा सप्ताह में करने को कहा। उन्होंने कहा कि समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी मरीज को परेशान न किया जाये तथा बाहर की दवा न लिखे जाये।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रजत कुमार चौरसिया, प्राचार्य मेडिकल कालेज डा0 राजेश मोहन, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 ए0के0झा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 डी0के0चौधरी, जिला पंचायत राज अधिकारी पवन कुमार, एसएमओ डब्ल्यूएचओ डॉ0 केेटुल, बीएमसी यूनीसेफ रूपेश त्रिपाठी, डी0पी0एम0, डी0सी0पी0एम0, समस्त सीएचसी/पीएचसी के एम0ओ0आईसी0, बीपीएम, बीसीपीएम, समस्त सीडीपीओ आदि उपस्थित थे।
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