मुख्य विकास अधिकारी ने विकास भवन स्थित कार्यालयों का किया औचक निरीक्षण

अमेठी। मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल द्वारा विकास भवन स्थित विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के समय जिला विकास अधिकारी वीर भानु सिंह उपस्थित रहे। निरीक्षण का उद्देश्य कार्यालयीन व्यवस्था, अभिलेखों के रखरखाव एवं अधिकारियों/कर्मचारियों की उपस्थिति की समीक्षा करना था।
निरीक्षण के क्रम में सर्वप्रथम जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ सहायक मोहम्मद जमील अनुपस्थित पाए गए। इस पर मुख्य विकास अधिकारी अमेठी द्वारा जिला विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि तत्काल उनकी अनुपस्थिति के संबंध में स्पष्टीकरण प्राप्त कर अवगत कराएं। साथ ही, कार्यालय कक्ष की साफ-सफाई संतोषजनक नहीं पाई गई। मौके पर उपस्थित कंप्यूटर ऑपरेटर मोहम्मद लईक को निर्देश दिया गया कि अविलंब अभिलेखों के रखरखाव को सुदृढ़ करें।
जिला विकास अधिकारी को यह भी निर्देशित किया गया कि कार्यालय में पाई गई कमियों के लिए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर उत्तर प्रस्तुत कराएं।
इसके उपरांत जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय नरेंद्र कुमार पाण्डेय, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कार्यालय कक्ष में अभिलेखों का समुचित रखरखाव नहीं था एवं कई अभिलेख फर्श पर रखे हुए थे। इस पर निर्देशित किया गया कि तत्काल अभिलेखों का समुचित ढंग से संरक्षण करें तथा अभिलेख अलमारी में संकेतक या नाम पट्टिका भी लगाई जाए ताकि अभिलेखों की ट्रैकिंग में सुविधा हो। तदोपरांत जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के समय जिला समाज कल्याण अधिकारी नलिन कुमार उपस्थित रहे। उपस्थिति पंजिका के अवलोकन में पाया गया कि वरिष्ठ सहायक धर्मेंद्र प्रताप मिश्रा अनुपस्थित थे। जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया गया कि उनकी अनुपस्थिति का स्पष्टीकरण प्राप्त कर प्रस्तुत करें। साथ ही कार्यालय में अभिलेखों के रखरखाव एवं साफ-सफाई की व्यवस्था को सुदृढ़ कर अवगत कराएं और भविष्य में किसी प्रकार की लापरवाही न हो, यह सुनिश्चित करें।
अंत में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सभी विकास विभाग कार्यालयाध्यक्षों को निर्देशित किया गया कि अपने-अपने कार्यालयों में अभिलेखों का समुचित रखरखाव सुनिश्चित करें। साथ ही सभी कार्मिकों को पहचान हेतु आईडी कार्ड पहनना अनिवार्य करें और उनकी पटल मेज पर नाम पट्टिका लगाना सुनिश्चित करें। विभागीय योजनाओं के संचालन में शासन द्वारा निर्गत आदेशों एवं दिशा-निर्देशों का पूर्णतः पालन करते हुए पात्र लाभार्थियों का चयन कर योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करें, जिससे शासन की मंशा के अनुरूप लाभ समयबद्ध ढंग से पात्र व्यक्तियों तक पहुँचाया जा सके।
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