उतरौला डाकघर में रेलवे टिकट रिजर्वेशन काउंटर की सुविधा बहाल करने की मांग
उतरौला (बलरामपुर)। क्षेत्रीय जनता की लंबे समय से चली आ रही परेशानियों को देखते हुए उतरौला विकास मंच अध्यक्ष आदिल हुसैन ने मंडल अधीक्षक डाकघर को पत्र लिखकर उतरौला डाकघर में बंद पड़ी रेलवे टिकट रिजर्वेशन काउंटर की सुविधा को पुनः चालू कराने की मांग की है।
आदिल हुसैन ने बताया कि लगभग छह वर्ष पूर्व तक उतरौला डाकघर में रेलवे टिकट रिजर्वेशन की सुविधा उपलब्ध थी लेकिन इसके बंद हो जाने से स्थानीय लोगों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे टिकट आरक्षण के लिए अब लोगों को गोंडा, मनकापुर या जनपद मुख्यालय तक जाना पड़ता है। यह प्रक्रिया न केवल समय लेने वाली है बल्कि यात्रियों को लंबी लाइनों और अधिक खर्च का सामना भी करना पड़ता है।
उतरौला और इसके आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग अन्य राज्यों में मजदूरी और कामकाज के लिए जाते हैं। इनमें से अधिकांश यात्रियों को रेलवे टिकट बुक करने में महीनों की परेशानी झेलनी पड़ती है। टिकट उपलब्ध न होने की स्थिति में लोग मजबूरन महंगे प्राइवेट बसों और अन्य यातायात साधनों का सहारा लेते हैं।
इसके अलावा, धार्मिक यात्राओं के लिए तिरुपति बालाजी, अजमेर, देवभूमि उत्तराखंड और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं को भी आरक्षण टिकट प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है। मुंबई, पुणे, गुजरात, कोलकाता, दिल्ली, सूरत जैसे प्रमुख स्थलों के यात्रियों को भी टिकट बुक करने में काफी समस्याएं हो रही हैं।
विकास मंच अध्यक्ष आदिल हुसैन ने अपने पत्र में कहा कि इस सुविधा को बहाल करने से न केवल आम जनता को राहत मिलेगी, बल्कि स्थानीय प्रशासन के प्रति लोगों का विश्वास भी मजबूत होगा। रेलवे टिकट आरक्षण काउंटर को दोबारा शुरू करने से क्षेत्र के मजदूर वर्ग और यात्रियों की जीवनशैली को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
क्षेत्रीय जनता ने इस मांग को लेकर प्रशासन से जल्द सकारात्मक कदम उठाने की अपील की है। मंडल अधीक्षक डाकघर और रेलवे प्रशासन से अनुरोध है कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान देते हुए सुविधा बहाल करने का प्रयास करें।
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