कृष्ण बलराम इस्कॉन मंदिर मामले में एसएसपी के आदेश पर दर्ज हुआ एफआईआर
मथुरा। कृष्ण बलराम इस्कॉन मंदिर एक बार फिर सुर्खियों में है। एक बार फिर मंदिर का कर्मचारी मिलने वाले दान और उसकी रसीद बुकों को लेकर रफू चक्कर हो गया है। दान में मिली रकम करोड़ों में बताई जा रही है। मंदिर के चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर ने शिकायत की है। एसएसपी के आदेश पर कोतवाली में नामजद कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपी की तलाश में लगी है।
इस्कॉन मंदिर के मेंबरशिप डिपार्टमेंट में कार्यरत मुरलीधर दास पुत्र निमाईचंद यादव निवासी श्रीराम कॉलोनी, राऊगंज वासा, इंदौर, मध्य प्रदेश हाल निवासी ओवरब्रिज के पास, छटीकरा, थाना जैत को दान दाताओं को दान रसीद देने के लिये नियुक्त किया गया था। आरोप है कि मुरलीधर ने इस्कॉन के खाता से 32 रसीद बुकें लेकर अपने पास रख लीं और दान दाताओं द्वारा दी गई करोड़ों रुपये को हड़प लिया। रसीद बुकों और दान में मिले रुपयों को लेकर वह मंदिर छोड़कर भाग गया। दान की रसीद बुकों और रुपयों को लेकर फरार हुए कर्मचारी के खिलाफ मंदिर के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) विश्वनाम दास ने 27 दिसंबर को एसएसपी को शिकायत पत्र दिया। एसएसपी के आदेश पर गुरुवार की देर रात मुरलीधर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। रमणरेती पुलिस चौकी प्रभारी शिवशरण सिंह को विवेचना सौंपी गई है।
एसपी सिटी अरविंद कुमार ने बताया कि इस्कॉन वृन्दावन में मेंबरशिप डिपार्टमेंट में काम करने वाले मुरलीधर नामक कर्मचारी पर आरोप है कि उसने दान की रसीदें काट कर रकम का हिसाब नहीं दिया है। मंदिर प्रबंधन की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। जल्द ही आरोपी की गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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