वृंदावन में प्रकट हुए ठाकुर बांकेबिहारी, भक्तों में छाया उल्लास; निधिवन में बजी बधाई
मथुरा (संवाददाता आलोक तिवारी)। विश्व प्रसिद्ध ठाकुर श्रीबांके बिहारी जी का 481वां प्राकट्य उत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। सुबह चार बजे से बांके बिहारीजी के प्राकट्य स्थल निधिवन में भक्तों की भारी भीड़ के बीच बांके बिहारी का पंचामृत से अभिषेक किया गया है।
देश-विदेश से आए भक्त बांकेबिहारी की प्राकट्य स्थली के दर्शनों को आतुर दिखे। महाभिषेक के बाद निधिवन से ठाकुर बांके बिहारी तक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या भक्त शामिल हुए। भक्तों ने सुबह से ही नाचते गाते हुए इस उत्सव को मनाया है।
बता दें कि आज ही के दिन संगीत शिरोमणि स्वामी हरिदास जी ने अपनी मधुर संगीत की धुनों और भजनों से भगवान बांके बिहारी श्रीकृष्ण को प्रसन्न किया था और तभी यहां के निधिवन में बांके बिहारीजी 481 साल पहले प्रकट हुए थे। आज भी भगवान राधा कृष्ण इसी निधिवन में हर दिन रास रचाने आते हैं।
निधिवन से बड़े जोर शोर से नाचते गाते हुए स्वामी हरिदास जी चांदी के सिंहासन पर बैठकर शोभा यात्रा के रूप में बांके बिहारी मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने बिहारी जी को प्राकट्य उत्सव की बधाई दी। इस मौके पर बांके बिहारीजी का पूरा मंदिर बड़ी ही सुंदर तरीके से सजाया संवारा गया था। बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे और आज बिहार पंचमी के मौके पर भगवान ने बड़ी ही सुंदर पोशाक धारण करते हुए भक्तों को दर्शन दिए।
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