76वें गणतंत्र दिवस पर केएमयू परिवार ने किया शहीदों को नमन
मथुरा (संवाददाता आलोक तिवारी)। केएम विश्वविद्यालय में जोश और जुनून के साथ 76वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। 76वां गणतंत्र दिवस की थीम स्वर्णिम भारत और विरासत रहीं, जिसके तहत विश्वविद्यालय के कुलाधिपति किशन चौधरी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। केएमयू परिवार के सदस्यों ने संयुक्त रूप से राष्ट्रगान गाकर वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति किशन चौधरी ने सभी को 76वें गणतंत्र दिवस की शुभकामना देते हुए वीर शहीद भगत सिंह और उनके परिवार द्वारा दिए बलिदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री दोनों संत विकसित भारत और विरासत के लिए 24 घंटे मेहनत कर रहे है। विश्व में भारत की अर्थव्यवस्था चौथे नम्बर पर है, जो जल्द ही तीसरे नम्बर पर होगी। आज हमारे देश में विदेशी कंपनियां निवेश कर रही है। आज पूरे विश्व को भारत का युवा चला रहा है। हमारा भारत 2047 तक विश्वगुरु बनकर चमकेगा। केएम विवि आप सभी के सहयोग से ऊंचाईयों को छू रहा है, जल्द ही वेटरनेरी कालेज भी यहां शुरू हो जाएगा।
वाइंस चांसलर डा0 शरद अग्रवाल ने कार्यक्रम में मौजूद सभी छात्र-छात्राओं को प्रेरणास्रोत कविता गाकर तालियां बजाने को मजबूर कर दिया। उन्होंने वंदे मातरम........रूक जाना नहीं तू कहीं हार के, ओ राही...ओ राही....। वाइस चांसलर डा0 एनसी प्रजापति, पूर्व वीसी डा0 डीडी गुप्ता, रजिस्टार डा0 पूरन सिंह, मेडीकल प्राचार्य डा0 पीएन भिसे, अस्पताल एएमएस डा0 आरपी गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक डा0 मनोज ओझा, उप कुलसचिव डा0 सुनील अग्रवाल, डीन डा0 धर्मराज ने भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया।
इस मौके पर विवि के सभी संकायों के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति की अलख जगाने वाले गीतों पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत कर सबका दिल जीत लिया। देशभक्ति से ओतप्रोत गीत, नृत्य के इस सत्र में विवि की छात्राओं के ग्रुपों ने सहभागिता दिखाई, जिनमें उत्कृष्ट प्रस्तुति देने वाले बीटेक अभिषेक, चंचल एण्ड गु्रप, लक्ष्मी, अनीता, शीतल, मुस्कान, पूजा, मोनिका, सुजाता, शिखा, तनुका, नीरूका, खुश्बू और कोमल एण्ड ग्रुप आदि शामिल थीं।
इस अवसर पर कुलाधिपति के बड़े भाई देवी सिंह, मेडीकल कॉलेज के डाक्टरों सहित पीजी डाक्टर तथा विवि के समस्त डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण व सैक़ड़ों की संख्या छात्र-छात्राएं मौजूद रहीं।
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