विकास भवन में आयोजित कार्यक्रम में नवनियुक्त 37 ग्राम पंचायत सचिवों को प्रदान किए नियुक्ति पत्र
अलीगढ़। संविधान दिवस 26 नवम्बर 2024 के अवसर पर संविधान की उद्देशिका पाठन कार्यक्रम लोक भवन सभागार, लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ, जिसका सजीव प्रसारण विकास भवन सभागार समेत सभी विकासखण्डों, नगर निकायों एवं ग्राम पंचायतों में देखा व सुना गया।
विकास भवन सभागार में सजीव प्रसारण के उपरान्त कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा डॉ0 भीमराव आम्बेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर सीडीओ समेत जनप्रतिनिधियों ने नवनियुक्त 37 ग्राम पंचायत सचिवों को नियुक्ति पत्र प्रदान कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
अध्यक्ष जिला पंचायत विजय सिंह ने कहा कि हर घर में संविधान होना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को संवैधानिक अधिकारों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। राष्ट्रीय एवं धार्मिक त्योहारों की भांति ही 26 नवंबर संविधान दिवस को याद रखना और मनाना चाहिए।
एमएलसी डा0 तारिक मंसूर ने कहा कि भारत का संविधान अत्यंत ही लचीला है। संविधान ने सभी नागरिकों को समान अधिकार दिए हैं। आज आपको को नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं जिससे आप पंचायती राज का अभिन्न अंग बन गए हैं अब आपको जमीनी स्तर पर कार्य करना है। ईमानदारी से कार्य कर समाज में बदलाव लाने का कार्य करें।
एमएलसी चौ0 ऋषिपाल सिंह ने कहा कि भारत का संविधान कोई किताब नहीं बल्कि भारत की आत्मा है, जिससे दलितों, वंचितों, शोषितों को उनकों अधिकार प्राप्त हुआ। एमएलसी डा0 मानवेंन्द्र प्रताप ने कहा कि आजादी के बाद चर्चा हुई कि देश का संविधान कैसा हो। फिर 1947 में 350 लोगों की संविधान सभा का गठन कर डा0 राजेन्द्र प्रसाद सिंह को अध्यक्ष बनाया गया। 09 लोगों की ड्राफ्टिंग कमेटी बनाई गई। हमें संविधान की ताकत को समझने की जरूरत है। जिलाध्यक्ष कृष्ण पाल सिंह ने सभी नवनियुक्त ग्राम पंचायत सचिवों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज देश संवैधानिक आधार पर ही तरक्की कर रहा है।
मुख्य विकास अधिकारी प्रखर कुमार सिंह ने अन्त में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि संविधान की मूल भावना को सदैव याद रखें। लेखपाल एवं सचिव प्रशानिक तंत्र की रीढ़ होते हैं। हर छोटी-बड़ी योजना का क्रियान्वयन सेक्रेट्री के माध्यम से ही होता है। अब लाभार्थी को उसके घर पर ही योजनाओं का लाभ देना है। सभी को अधिकारों के साथ अपने कर्तव्यों का भी ध्यान रखना चाहिए। प्रस्तावना की शपथ एवं राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।
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