सीडीओ की अध्यक्षता में 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान के अन्तर्गत अन्तर्विभागीय समन्वय बैठक सम्पन्न
अलीगढ़। मुख्य विकास अधिकारी प्रखर कुमार सिंह की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान के अन्तर्गत अन्तर्विभागीय समन्वय बैठक आहुत की गयी। सीडीओ ने कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान प्रधानमंत्री एवं राज्यपाल के उच्च प्राथमिकता में शामिल है। मुख्यमंत्री द्वारा जून 2025 तक प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने का ल्क्ष्य निर्धारित किया है, जिसे संबंधित विभागों के आपसी समन्वय से ही सफल बनाया जा सकता है, ऐसे में सभी विभाग अपने दायित्वों को पूरी जिम्मेदारी से निभाएं किसी भी स्तर पर संवादहीनता की स्थिति नहीं होनी चाहिए।
सीडीओ ने अन्तर्विभागीय समन्वय से टीबी के प्रति जनजागरूकता लाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभियान में जनसहभागिता के साथ ही स्वयंसेवी संगठनों का भी सहयोग लिया जाए। क्षय रोगियों की प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए अधिक से अधिक निक्षय मित्र बनाते हुए पोषण पोटली का वितरण कराए जाने के साथ ही 100 दिवसीय अभियान में वल्नरेबल पापुलेशन की शत-प्रतिशत स्क्रीनिग कराते हुए स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक जाँच कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों और संभ्रांत नागरिकों को टीबी रोगियों को गोद लेने के लिए प्रेरित करने के निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य टीमों का प्रशिक्षण अच्छे से करा दिया जाए। उन्होंने डीपीआरओ को निर्देशित किया कि सभी ग्राम प्रधानों को टीबी रोगियों को गोद लेने के लिए प्रेरित करें।
सीएमओ डा0 नीरज त्यागी ने बताया कि जिले में 22 टीबी यूनिट, 37 बलगम जांच केन्द्र, 14 एक्सरे सुविधा केन्द्र, 13 ट्रूनॉट लैब एवं 04 सी0बी0नॉट लैब के साथ ही जेएन मेडिकल कॉलेज में जिला ड्रग रजिस्टेन्ट टी0बी0 केन्द्र संचालित हैं। उन्होंने बताया कि क्षय रोगियों की पहचान के लिये आशा एवं एएनएम घर-घर जाकर लोगों को चिन्हित कर रही हैं। स्वास्थ्य इकाइयों पर आधुनिक ट्रूनॉट मशीन स्थापित एवं संचालित है। जहाँ पर क्षय रोगियों के बलगम की जाँच निःशुल्क करायी जा रही है।
उन्होंने बताया कि 15 दिन से अधिक बुखार के साथ खाँसी आ रही हो तो ऐसे व्यक्ति की जाँच बेहद जरूरी है। अस्पताल आने वाले रोगियों में लक्षणयुक्त व्यक्तियों की बलगम की जॉच अवश्य कराई जाए। उन्होंने जनसामान्य से अपील करते हुए कहा कि 15 दिन से अधिक बुखार के साथ खाँसी होने पर निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर अपनी टीबी की जांच अवश्य कराएं यह पूर्णतः निःशुल्क है।
What's Your Reaction?