जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक
बहराइच। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा सम्भावित हड़ताल/आन्दोलन के दृष्टिगत जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कलेक्ट्रेट सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए निर्देश दिया कि ऐसी प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जाय कि हड़ताल के समय विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पर किसी प्रकार से प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। डीएम ने कहा कि ऐसे कार्मिक जो हड़ताल/आन्दोलन में प्रतिभाग नहीं करना चाहते है तथा अपने कार्य पर बने रहना चाहते है उन्हे यथा आवश्यक सुरक्षा प्रदान की जाये तथा उनका किसी प्रकार से उत्पीड़न/शोषण न होने पाये।
डीएम ने निर्देश दिया कि संवेदनशील प्रतिष्ठानों यथा अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, टेलीफोन एक्सचेंज, वाटर वर्कस, राजकीय नलकूप, महत्वपूर्ण कार्यालयों की सूची तैयार कर यह दिखवा लिया जाये कि इन प्रतिष्ठानों पर विद्युत आपूर्ति किस प्रकार व किन-किन उपकेन्द्रों से प्राप्त हो रही है। ऐसे उपकेन्दों पर समुचित सुरक्षा व्यवस्था रखी जाये तथा किसी भी आकस्मिकता से निपटने के लिये वैकल्पिक व्यवस्था के लिए कार्मिकों की तैनाती अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कर ली जाये।
उन्होंने कहा कि पूर्व से ही आईटीआई प्रशिक्षित छात्रों, पॉलिटेक्निक, अभियन्त्रण विभाग, यथा लोक निर्माण, सिंचाई विभाग, समाज कल्याण निर्माण निगम इत्यादि विभागों से इलेक्ट्रिकल अधिकारियों तथा विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारियों एवं अधिकारियों की सूची भी जनपद स्तर पर प्राप्त कर ली जाये। डीएम द्वारा विभागीय अधिकारियों से अपेक्षा की गयी कि हड़ताल/आन्दोलन की वजह से आम जनमानस को कोई असुविधा न हो तथा संवेदनशील कार्यालयों/प्रतिष्ठानों/संस्थानो. की विद्युत आपूर्ति बहाल रखने हेतु सभी लोग पूर्ण लगन व निष्ठा के साथ के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
बैठक का संचालन अधीक्षक अभिचन्ता विद्युत सत्य प्रकाश ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव, मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल सिंह, नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, एसडीएम सदर राकेश मौर्या सहित विद्युत वितरण के अधिशासी अभियन्ता व उपखण्ड अधिकारी, मेसर्स आल सर्विस ग्लोबल प्रा.लि. व एन.सी.सी. प्रा.लि. के प्रतिनिधि सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।
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