‘‘मोबिलाइजेशन आफॅ स्टूडेन्ट‘‘ कार्यक्रम का हुआ आयोजन

Feb 27, 2025 - 21:14
 0  2
‘‘मोबिलाइजेशन आफॅ स्टूडेन्ट‘‘ कार्यक्रम का हुआ आयोजन

हरदोई। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा गुरूवार को आर्य कन्या महाविद्यालय में फसल अवशेष प्रबन्धन योजनान्तर्गत विषय ‘‘मोबिलाइजेशन आफॅ स्टूडेन्ट‘‘ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम की नोडल अधिकारी/वैज्ञानिक डा0 प्रिया वशिष्ठ ने बताया कि फसल के अवशेषों को जलाने से उनके जड़, तना एवं पत्तियों में संचित लाभदायक पोषक तत्व नष्ट हो जाते है। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से मानव स्वास्थ, पशुपालन, वातावरण एवं मृदा पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। 

केन्द्र के अध्यक्ष/वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 के0के0 सिंह ने कहा कि पराली को जलाने से हमारी मृदा की भौतिक, रासायनिक एवं जैविक दशा पर प्रभाव पड़ता है इसलिए फसल अवशेष से कम्पोस्ट खाद बनानी चाहिए। उन्होंने खाद बनाने के लिये पूसा डिकम्पोजर कैप्सूल के बारे में बताया एवं संरक्षित कृषि के लिये एक तिहाई फसल अवशेषों का मृदा की सतह पर रखना एक अनिवार्य आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि धान की कटाई के बाद गेहूं की जीरो टिलेज तकनीक से बुबाई द्वारा प्रभावी ढंग से फसल अवशेष प्रबन्धन किया जा सकता है।

कार्यक्रम में लगभग 280 छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे-पोस्टर, प्रश्नोत्तरी एवं निबन्ध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें प्रथम पुरस्कार जया मिश्रा, बी0ए0 तृतीय वर्ष, द्धितीय पुरस्कार आयशा अंसारी, बी0ए0 तृतीय वर्ष, तृतीय पुरस्कार अनुष्का गुप्ता, बी0ए0 तृतीय वर्ष तथा रामजा सिद्दीकी एवं इस्मत फातिमा को क्रमशः सांत्वना पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कालेज की प्रधानचार्य डा0 सुमन वर्मा ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुये पराली प्रबन्धन का महत्व एवं उपयोगिता के बारे में बताया। 

महाविद्यालय की शिक्षिकाओं नीता आर्यन, डा0 सरिता यादव, डा0 अन्जू, डा0 श्वेता यादव, डा0 जासरा, डा0 स्मृति सिंह एवं संत कुमारी ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow